कंप्युटर क्या है? कंप्युटर के मुख्य भाग कौन-से हैं?

इस लेख में हम जानने वाले हैं की Computer kya hai? और इसके क्या – क्या भाग हैं तों कंप्युटर के बारे में पूरी जानकारी पाने के लिए इस लेख को पूरा अवश्य पढिए ताकि आपके मन में कंप्युटर के प्रति आने वाले हर सवाल का जवाब मिल जाए। तों चलिए सबसे पहले जानते हैं की कंप्युटर क्या होता है?

कंप्युटर क्या है? What is Computer in Hindi?

Computer एक प्रकार का मशीन है जिसको जो निर्देश पा कर हर काम बहुत ही आसानी से और कम समय में कर देता है। Computer को बनाने की प्रथम 19वीं शताब्दी में शुरुआत चार्ल्स बैबेज ने किया था । इसीलिए इनको कंप्युटर का जनक भी कहा जाता है।

Computer kya hai aur computer ke kitne bhaag hote hain

सामान्यतः किसी कार्य को करने के लिए कई सारे भाग होते हैं उसी प्रकार कंप्युटर भी हमारे दिए गए निर्देशों के अनुसार गणितीय और तार्किक गणना करके हमे परिणाम दर्शाता है। 

किसी काम को करने के लिए कंप्युटर में प्रोग्राम लिखा जाता है जिसके जरिए यह हमारे कार्य को पूरा करता है। आज के समय में कई प्रकार के विशेष उपकरण मौजूद हैं जो कंप्युटर की तरह ही सभी कार्य को कम समय में तेजी से आउट्पुट देते हैं। 

कंप्युटर के भाग (Parts of Computer)

कंप्युटर के मुख्यतः तीन भाग होते हैं-

  1. इनपुट डिवाइस (Input Device)
  2. सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit)
  3. आउट्पुट यूनिट (Output Unit)

इनपुट डिवाइस (Input Device)

जिन डिवाइस को हम कंप्युटर से जोड़कर अपने सूचना या निर्देशों को कंप्युटर में भेजते हैं उन्हे ‘इनपुट डिवाइस’ कहते हैं । जैसे कुछ Input Device निम्न प्रकार के हैं। 

  • की-बोर्ड (Keyboard)
  • माउस (Mouse)
  • स्कैनर (Scanner)
  • जॉय स्टिक (Joy Stick)
  • लाइट पेन (Light Pen) इत्यादि। 

सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit)

CPU (सी.पी.यू) का पूरा नाम है Central Processing Unit, इसको कंप्युटर का दिमाग भी कहा जाता है जो कंप्युटर के सभी भागों के साथ जुड़ा हुआ होता है। CPU के अंदर लाजिकल डाटा और ऐरथमेटिक डाटा की प्रोसेसिंग होती है । सीपीयू की क्षमता इसके कार्य करने के तीव्रता और कार्य के त्रुटिहीनता पर निर्भर करती है। सी.पी.यू की गति को मेगा हर्ट्ज में माप जाता है। 

सीपीयू को निम्न भागों में बाँटा गया है-

  • कंट्रोल यूनिट (Control Unit)
  • अर्थमेटिकल और लॉजिकल यूनिट (Arithmetical & Logical Unit)
  • मेमोरी या स्टॉरिज क्षमता (Memory or Storage Capacity)

इसमे मेमोरी के भी दो भाग होते हैं-

  1. RAM (Random Access Memory)
  2. ROM (Read Only Memory)

आउट्पुट डिवाइस (Output Device)

कंप्युटर में दिए गए निर्देशों के Processing के पश्चात जिन उपकरण द्वारा हम परिणाम प्राप्त करते हैं वह उपकरण ‘आउट्पुट डिवाइस’ कहलाते हैं। जैसे –

  • मॉनिटर (Monitor)
  • Printer (Printer) इत्यादि। 

कंप्युटर कितने प्रकार के होते हैं? Types of Computer

जैसा की कंप्युटर के विकास क्षेत्र अत्यंत विस्तृत है जिसके कारण इसको प्रत्यक्ष रूप से वर्गीकृत करना संभव नहीं है, किन्तु इनके कार्य-प्रणाली, प्रयोजन या उद्देश्य और आकार के आधार पर बाँटा जा सकता है। अध्ययन की सुविधा के दृष्टि से कम्पुटर्स को तीन मुख्य प्रकारों में बाँटा जाता है-
  1. अनुप्रयोगों के आधार पर (On the basis of applications)
  2. उद्देश्य के आधार पर (On the basis of purpose)
  3. आकार के आधार पर (On the basis of size)

1)अनुप्रयोगों के आधार पर कॉम्प्युटर्स के प्रकार (Types of Computers on the basis of applications)

जैसा की कंप्युटर के असंख्य अनुप्रयोग हैं जिनमे से तीन अनुप्रयोगों के आधार पर कंप्युटर के निम्न प्रकार होते हैं – 
  1. ऐनलॉग कंप्युटर (Analog Computer)
  2. डिजिटल कंप्युटर (Digital Computer)
  3. हाईब्रीड कंप्युटर (Hybrid Computer) 

ऐनालॉग कंप्युटर क्या होता है? What is Analog Computer?

ऐनालॉग कंप्युटर वो होते हैं जो डिजिट पर आधारित न होकर, फिज़िकली (physically) उपलब्ध डाटा पर कार्य करते हैं। फिज़िकली उपलब्ध डाटा का मतलब है की फिज़िकल यूनिट को डिजिट में न परिवर्तित करते हुए सीधे ही कंप्युटर में इनपुट करना। 
जैसे- तापमान, दाब, गति, वोल्टेज, प्रतिरोध, आदि फिज़िकल डट का मापन ऐनालॉग कंप्युटर करते हैं। 

डिजिटल कंप्युटर क्या होता है? What is Digital Computer?

जो कंप्युटर डिजिटस् पर आधारित होते हैं डिजिटल कंप्युटर कहलाते हैं। इन कंप्युटर में इनपुट केवल डिजिटस् के रूप में ही हो सकता है। यह कंप्युटर सबसे ज्यादा लोकप्रिय है क्यूंकी यह मल्टीपर्पस कंप्युटर भी है जिसको कई समस्याओं के समाधान के लिए उपयोग किया जा सकता है। 
जैसे- व्यापार, बैंकिंग, शिक्षा, मनोरंजन आदि सम्मिलित हैं।

हाइब्रिड कंप्युटर क्या होता है? What is hybrid computer?

जिस कंप्युटर में ऐनालॉग और डिजिटल कंप्युटर दोनों के गुण हों, हाइब्रिड कंप्युटर कहलाते हैं। उदाहरण के लिए, एक ऐनालॉग कंप्युटर के लिए इनपुट डाटा ऐनालॉग रूप में हो सकता है जिसे कंप्युटर प्रोसेसिंग के बाद आउट्पुट डिजिटल रूप में देता है। 

जैसे- किसी रोगी की रक्तचाप, धड़कन आदि मापने के लिए ऐनालॉग डिवाइस हो और उन्हें कंप्युटर में इनपुट करने के लिए पहले डिजिटल रूप में बदला जाए और दुबारा परिणाम डिजिटल रूप में ही मॉनिटर पर प्रदर्शित हो। 

2)उद्देश्य के आधार पर कंप्युटर के प्रकार (Types  of  Computers  on  the  basis  of  Purpose)

उद्देश्य के आधार पर कंप्युटर्स के दो वर्ग होते हैं – 
  1. जनरल पर्पस कंप्युटर (General Purpose Computer)
  2. स्पेशल पर्पस कंप्युटर (Special Purpose Computer)

जनरल पर्पस कंप्युटर क्या होता है? 

सामान्य समस्याओं के समाधान के लिए बनाए गए कंप्युटर को जनरल पर्पस कंप्युटर कहते हैं। जैसा की इनके नाम से ही पता चलता है की इनको सामान्य कार्यों के लिए प्रयोग किया जाता है जैसे Accounts, Word Processing, Database बनाना इत्यादि। 

स्पेशल पर्पस कंप्युटर कौन से होते हैं?

वो कंप्युटर जो किसी विशेष कार्य को करने के लक्ष्य से बनाया जाता है उन्हे स्पेशल पर्पस कंप्युटर कहते हैं। इनका प्रयोग अंतरिक्ष विज्ञान, मौसम विज्ञान, चिकित्सा, नाभिकीय संयंत्रों आदि में विशेष रूप से किया जात है। 

3)आकार के आधार पर कंप्युटर के प्रकार (Types of Computers on the basis of size)

आकार के आधार पर कंप्युटर को पाँच श्रेणी में विभाजित किया जाता है –
  1. माइक्रो कंप्युटर (Micro Computer)
  2. वर्कस्टेशन कंप्युटर (Workstation Computer)
  3. मिनी कंप्युटर (Mini Computer)
  4. मेनफ्रेम कंप्युटर (Mainframe Computer)
  5. सुपर कंप्युटर (Super Computer) 

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