AdSense - How to Fix [ Ad Limits]
- Adsense Ad Limit
- Low Value Content
- Under Constructions
How to Fix Adsense ad limit problem ?
What is Ad limit [ Adsense ]? Ad limit kya hai ?
Google Adsense की तरफ से Ad limit लगाया जाता है जो किसी blog या वेबसाइट के लिए penality माना जाता है। यह कदम Ad Publisher के बचाव को ध्यान में रखते हुए किए गया है। ताकि किसी विज्ञापन देने वाले Publisher को कोई नुकसान न हो।
Ad Limit किसी वैबसाइट पर तब लगता है जब आपके वेबसाइट द्वारा किसी अनुचित गतिविधि को Detect किया जाता है। जैसे अचानक किसी Keywords पर ढेर सारा Traffic का आना, या Social media द्वारा Organic से ज्यादा Traffic आना , या आप किसी ऐसे Keywords का उसे करते हों जो Adsense के Policy के अनुसार उचित नहीं है।
Ad limit आपके वेबसाइट पर उस वक्त भी लग सकता है, यदि आपके वेबसाइट पर जानबूझकर Ads पर कई बार Click किया जाता हो।
इन सभी प्रकार के गतिविधियों को Adsense Invalid Traffic मानकर आपके Website पर एक अस्थाई Penality लगती है जिसे Ad limit कहते हैं। जिसमे आपके वेबसाइट पर Ad दिखना बंद हो जाते हैं।
Solution of Adsense ad limit problem ?
वैसे यह penality केवल अस्थाई होती है। यदि आप अपने वेबसाइट पर Organic Traffic लाते हैं और किसी प्रकार का Invalid traffic नही आता है । तो आपको किसी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है । यह अपने आप ही ad limit problem solve हो जायेगी।
Remove Keywords : किंतु यदि आपने अपने Website के Articles में किसी प्रकार के Policy के खिलाफ Keywords को use किया है तो सर्वप्रथम आपको उन सभी Keywords को हटाना पड़ेगा। जैसे : किसी illegal Software को Download करने के Articles , या किसी Movies Streaming Keywords, या किसी Pornography से Related Keywords को यूज किया है तो इनको अपने Posts से हटा दीजिए।
Stop Social Media Sharing : यदि आप Social media पर अपने Articles के links को ज्यादा Share करते हैं तो उसको थोड़ा कम कीजिए । और किसी प्रकार के Link Shortner द्वारा अपने Articles के url को Short करके अधिक उपयोग मत कीजिए।
Remove Old Ad Codes : आपने अपनी वेबसाइट पर जितने भी पुराने विज्ञापन के कोड को लगाया है उन सभी कोड को रिमूव कर दीजिए। Wordpress में एड के Plugins को हटा कर आसानी से विज्ञापन के Codes को हटाया जा सकता है। लेकिन ब्लॉगर के अंदर आपको खुद से ऐड को हटाना पड़ेगा।
Don't Click on your Own Ads : अपनी वेबसाइट को बार-बार जाकर देखने पर भी इंप्रेशन बढ़ता है। जिसको गूगल ऐडसेंस invalid ट्रैफिक मानता है। इसीलिए आप अपनी वेबसाइट को बार-बार विजिट ना करें। और अपने खुद के Ad पर Click मत कीजिए।
How to Fix Low Value Content Problem [ AdSense ] ?
Low value कंटेंट प्रॉब्लम हमको गूगल ऐडसेंस का अप्रूवल लेने के समय आता है । यदि आपने ब्लॉगर और आप पहली बार व्हाट्सएप के लिए अप्रूवल ले रहे हैं तो आपने इस समस्या का सामना जरूर किया होगा ।
What is Low Value Content ?
लो क्वालिटी कंटेंट का मतलब यही है कि हमने अपने ब्लॉग पर जो आर्टिकल लिखा है । या तो वह बहुत छोटा है या Unique नही है । Unique नही है का मतलब कहीं से Copypaste Article । इसका एक रीजन यही होता है की हम अपने ब्लॉग पर किसी प्रकार के डाउनलोडिंग सॉफ्टवेयर्स या डाउनलोडिंग मूवीस तरह के आर्टिकल्स लिखे हो ।
How to Solve low value content problem ?
Write Unique Articles : सबसे पहले आप खुद से यूनिक आर्टिकल लिखें जिसमें Heading और sub - heading का पूरा ध्यान रखिए। और कम से कम अपने आर्टिकल को 300 से 500 शब्द का जरूर लिखें। अपनी आर्टिकल्स में जरा सा भी कॉपी पेस्ट लाइन का उपयोग मत कीजिए।
Don't Use Downloading or Streaming Keywors : अपने आर्टिकल्स में किसी भी प्रकार की सॉफ्टवेयर या मूवीस को डाउनलोड करने के keywords यूज मत कीजिए।
How to Fix Under Constructions Problem [ Adsense ] ?
जब आप नया ब्लॉक बनाते हैं और गूगल ऐडसेंस के लिए अप्रूवल होने के लिए अप्लाई करते हैं । यदि आपका ऐडसेंस अप्रूवल रिजेक्ट हो जाता है तो आपको Under Contructions का Reason जरूर सामने आया होगा। जिसके कारण आपका ऐडसेंस रिजेक्ट हो जाता है।
What is Under Constructions Problem at Adsense ?
अंडर कंस्ट्रक्शन का मतलब, आपके ब्लॉग पर अभी उतने आर्टिकल्स मौजूद नहीं है जितने आर्टिकल्स पर आपको ऐडसेंस अप्रूवल मिल जाना चाहिए। यदि आप नया ब्लॉग बना कर तुरंत ऐडसेंस के लिए सबमिट करते हैं तब भी यह समस्या सामने आती है। अपने ब्लॉग को गूगल सर्च कंसोल से कनेक्ट ना होने के कारण यह प्रॉब्लम आती है।
How to fix under constructions problem [ Adsense ] ?
Submit After Sometime for Adsense : जब आप अपने नए ब्लॉग को बनाते हैं तो आप कुछ दिन बाद ही इसको Adsense के लिए सबमिट कीजिए ।